Yrkkh written update 28 september 2024 में आपको देखने को मिलेगा कुछ खाश चित्र जो कदाचित आपको सोचने पर विबश कर दें की आपको क्या करना चाहिए, कई लोग आजके Yrkkh written update को सुनकर इस TV Series के बारे में पूरा दिन सोचने पर मजबूर हो सकते है.

यदि आप भी Yrkkh written update केलिए अपेक्षा कर रहे थे तो हम आप चुके है इसके सबसे पहेले Update को लेकर, कृपया ध्यान से पढ़ें और पूरी कहानी को ऐसे सुने जेसे आप इसे Video में देख रहे हैं.

Yrkkh written update 28 September 2014

एपिसोड के शुरुवात अरमान से होता है, जहाँ पर अरमान कहेता है की मुझे आपकी शर्त मंजूर है माँ, मैं और अभिरा हमेशा केलिए यह घर छोड़ कर चले जायेंगे, अभिरा इतने में कहेती है की क्या कहे रहे हो अरमान! तो अरमान कहेता है की यह जिन्दगी इन्हिका दिया हुआ तोफा है अभिरा, यदि यह कहेते तो इनके लिए मैं अपना जान भी ख़ुशी खुसी दे देता.

इन्होने तो बहुत छोटी चीज मांगी है और सबसे बड़ी बात यह है की यह मुझे अपना बेटा मानते है. मैं यह ख़ुशी नही गवा सकता यदि इसके लिए मुझे यह सब कुछ छोड़ कर जाना है तो मैं चला जाऊँगा. अभिरा कहेती है की यह घर यह परिवार यह हमारा सबकुछ है हमारी दुनी है.

अरमान कहेता है:- हां मगर यह दुनिया मुझे माँ ने दिया है अभिरा, अगर मुझे यह नही अपनाती तो मुझे कोई नही अपनाता अभिरा. इन्होने मुझे सबकुछ दिया और अब जब मेरी बरी यो तो मैं केसे मन कर दूं? अभिरा कहेती है की माँ आप यह देख रही है न यह आपसे कितना प्यार करता है! आप देख रही है न?

माँ प्लीज अरमान यह तुम क्या कर रहे हो, माँ प्लीज आपके बिना यह नही रहे पायेगा माँ इसकी खुशियाँ मत चिनिये माँ जीते जी रुक जाओ अरमान……..

अरमान अभिरा को लेकर अपने कमरे में आता है और अभिरा कहेती है मुझे छोडो मैं माँ से बात करती हूँ, तो अरमान कहेता है की हम घर छोड़ कर जा रहे है अभिरा, अभिरा कहेती है की हम नही जा सकते अरमान यह हमारा परिवार है.

अरमान: तुम्हारा परिवार मैं हूँ अभिरा

अभिरा:- और माँ पापा यह सब क्या पदोशिओं की परिवार है? देखो शादी से पहेले भी मैं इन लोगों को अपनी परिवार मानती थी और अब तो शादी के बाद सच में यह सब मेरे परिवार हो गये है. मेरी परिवार के बारे में तुम अकेला फैश्ला नही ले सकते. मुझे भी फैश्ला करनेका हक़ है.

अरमान गुशे में बोलता है हम दोनों जानते है अभिरा कितनी मुश्किल से दादी हमरे शादी केलिए मणि थी और अब तो माँ भी नाराज हो गयी है और अबभी तुम चाहती हो हम इस घर में रहें? ताकि मैं दुखी राहों वो दुखी रहें एक ही घर में रहे कर एक दुश्रे का चेहरा न देखें. मुझसे नफरत करने लगे मुझे अपना बीटा न माने.

मैं जीते जी मर जोंगा अभिरा येही चाहती हो क्या तुम? अभिरा:- मैं ऐसा क्यों चाहूंगी अरमान:- फिर किश हक़ की बात कर रही हो तुम, सब कुछ खात्मं हो गया है अभिरा सिर्फ फ़र्ज़ बचा है बस……

अभिरा:- ईमोतिओनल होकर समझती है की सबकुछ ठीक हो जायेगा अगर हम लोग साथ रहे तो सब ठीक हो जायेगा. फिर माँ को बोला लेंगे.

अरमान:- वो नही मानेगी. और मेरा परिवार के बिना जीना बहुत मुश्किल है मेरे लिए. और मेरे माँ ने मुझसे रिश्ता तोड़ दिया तो मैं नही जी पोंगा अभिरा. मैं दुनिया केलिए वकील हूँ पर पाता है मेरी अशली पहेचान क्या है? मेरे लिए अशली पहेचान है की मैं अपनी माँ का बीटा हूँ.

अगर यह पहेचान मुझसे चीन गयी तो मैं जीते जी मर जोंगा अभिरा, दुनिया में किसी भी कोने में राहों अगर पाता चले की मेरी माँ मुझसे प्यार करती है तो मैं जी लोंगा अभिरा जी लोंगा.

Episode का दूसरा भाग

उधर संजय कावेरी को उकसाने की कोशिश करता है, कहेता है की यह बहुत अच्छा फेश्ला है की अरमान घर छोड़ कर चला जाये, कहेता है की अभिरा हमारे साथ ताल मेल बना कर नही चल सकती इसलिए उनका जाना सही है, कावेरी कहेती है की मैं नही चाहती की अरमान घर छोड़ कर जाये.

संजय को लगता है की भाबी अन्दर से टूट चुकी है इसलिए वो उसके साथ देंगे. वो कहेता है की अरमान अब केवल अभिरा का पति है असली बीटा बहुत Ro-Ru है, अरमान के जाने से घर में शांति मिलेगी.

इस बिच उधर अभिराज अरमान को सांत्वना दे रही होती है और देखती है की बिस्तर ख़राब हो गया है। अरमान भी देखता है और अभिराज से माफ़ी मांगता है क्योंकि वो अभिरा को वचन दिआ था और पहेली रात मे ही अभिराज के आँखों से आंसू गिरे।

इसमें अरमान असफल रहा अरमान कहता है मेने तुम्हे मंडप मे इन्तजार कराया और गृह प्रवेश भी नहीं हुआ और अब यह। अभिरा बोलती है की मेरे अरमान के खिलाफ कुछ मत कहो। अरमान कहता है की कुछ समय बाद तुम्हे घर से जाना पड़ेगा इस बात से अरमान दुखी होता है और अभिराज से माफ़ी मांगता है।

अभिराज अरमान को गले लगाने जाती है इतने मे अरमान बिच मे कहता है की चलो पैकिंग करते है। यह कहे कर अरमान सब कुछ पैकिंग करने लगता है और अभिराज निराश हो कर देखती रहती है। मुझे सुहागरात देखने मे मजा आता है। लेकिन यह दृश्य काफ़ी दुख भरा होता है इसलिए मेने इसे नहीं देखा थोड़ा आगे भगा दिआ 😂।

अभिराज अपने तरफ से प्रयास करती है अरमान को ठीक करने का अंतिम प्रयास करती है। वो वी के पास जाती है और अरमान के बचपन का एक Box देती है और कहती है की मैं आपको यह दे रही हूँ क्योंकि अरमान घर छोड़ कर जा रहा है।

वो उस Box को खोलती है और कहती है की दुर्भाग्य से वो उसने अपनी मा को खो दिआ है। भले ही वो दिखने मे लम्बा और अच्छा हो लेकिन अभी भी उसके अंदर वही बचपन का एक छोटा लड़का है जो अपनी मा से बहुत प्यार करता है।

मुझे पता है भले ही आप घुसा है लेकिन जब वो घर छोड़ कर जायेगा तो आप रोयेंगी। और जब आप गुस्सा हो जाएंगी तब आपको वो लड़का याद आएगा जो अपने मा को खोने पर आपके पास दौड़ा चला आया था।

फिर वो एक कंगन को दिखाती है जो वी ने उसे दिआ था जब उसने अरमान को परिवार से अलग नहीं करने का वादा किया था और कहती है कि वह इसे वापस नहीं करेगी क्योंकि भले ही वी ने वह वादा तोड़ दिया हो, अभिरा अपना नहीं तोड़ेगी।

कोरस गैंग बात कर रहा है और वे सभी तनाव में हैं। रूही उनके साथ कुछ ढोंग करती है। ऐसा लगता है कि कावेरी उनकी बातें सुन रही है।

एमजी अक्षरा-आरोही को याद कर रहा है और सोचता है कि इस पीढ़ी में भी हमारी एक ही ससुराल में दो बहनें हैं। और वह चाहता है कि रूही अभिरा को अपना ले और दोनों खुश रहें।

अगली सुबह, अभिमान तैयार होकर सूटकेस लेकर तैयार है। कावेरी को छोड़कर सभी वहाँ मौजूद हैं।

सबसे पहले अरमान रोहित को संबोधित करते हैं और कहते हैं कि अगर आपको किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे फोन करना। रोहित अरमान को गले लगाता है। वह कहता है कि नए घर में बहुत सहज मत हो और मुझे पता है कि जब वी का गुस्सा शांत होगा तो तुम वापस आ जाओगे।

वे काजल, संजय से आशीर्वाद लेते हैं। कोरस गैंग सामूहिक गले मिलते हैं और बहुत परेशान होते हैं। अरमान कहते हैं- तुम लोग मेरी जान हो। और दूर से भी, तुम्हारा हालचाल लेता रहूंगा। मनीषा, मनोज अगले हैं। माधव उन दोनों को भी गले लगाता है।

एम कहता है तुम हमेशा अपनी मां की सुनते हो। क्या तुम मेरी बात नहीं सुनोगे और वापस नहीं रहोगे। वह उन्हें खुश और साथ रहने का आशीर्वाद देता है। वी वहां है लेकिन आंख से संपर्क बनाए नहीं रख रही है। वह सूटकेस धक्का देती है। लोग आशान्वित हो जाते हैं कि शायद वह उन्हें रोक देगी।

पंडितजी अंतिम क्रिया के लिए आते हैं और सभी चौंक जाते हैं।

समाप्त

प्रीकैप- कावेरी से अभिरा को शगुन की पेशकश जो फर्म में नौकरी है। अरमान उससे पूछता है कि क्या वह नौकरी लेगी अभिरा का कहना है कि अगर मैं इसे लेता हूं, तो वी परेशान हो जाएगा, अगर मैं नहीं करता, तो कावेरी होगी। सुनिश्चित नहीं है कि क्या करना है।

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